नेतन्याहू को बड़ा झटका; ऑर्थोडॉक्स पार्टी ने छोड़ा साथ, सरकार पर संकट गहराया
सारांश
अति-रूढ़िवादी यूनाइटेड टोरा जूडिज्म पार्टी ने गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब गाजा में जारी युद्ध अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है।

इज़राइल की प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गठबंधन सरकार को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब लंबे समय से सरकार में शामिल रही अति-रूढ़िवादी यूनाइटेड टोरा जूडिज्म पार्टी ने गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब गाजा में जारी युद्ध अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है।
यूनाइटेड टोरा जूडिज्म के दोनों गुटों ने साफ कहा है कि वे एक अहम कानून को लेकर असहमति के चलते यह कदम उठा रहे हैं। यह कानून उनके समुदाय के लोगों को सैन्य सेवा से छूट देने से जुड़ा है। पार्टी के अधिकांश सदस्य सैन्य सेवा के बजाय यहूदी धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन को प्राथमिकता देते हैं। अब इस मसले पर कानून बनाकर उन्हें औपचारिक छूट दी जानी थी, जिस पर विवाद गहरा गया है।
सैन्य मसौदे पर बंटा यहूदी समाज
इज़राइल में यहूदी समाज इस मुद्दे को लेकर दो भागों में बंटा हुआ है। जहां अधिकांश यहूदी नागरिकों को अनिवार्य सैन्य सेवा करनी पड़ती है, वहीं ऑर्थोडॉक्स समुदाय को इससे छूट मिलती रही है। गाजा युद्ध की वजह से जब देश को और अधिक सैनिकों की जरूरत महसूस हो रही है, तब यह छूट व्यापक बहस और असहमति का कारण बन गई है।
सरकार में बना रहेगा मामूली बहुमत
हालांकि यूनाइटेड टोरा जूडिज्म के बाहर होने से नेतन्याहू सरकार तुरंत गिरने की स्थिति में नहीं है, लेकिन जैसे ही यह विवादित कानून 48 घंटों के भीतर प्रभावी होगा, सरकार को मात्र मामूली बहुमत ही हासिल रहेगा। इससे उसकी स्थिरता खतरे में आ सकती है और उसे अब अति-दक्षिणपंथी दलों की मर्जी पर अधिक निर्भर रहना पड़ेगा।
दक्षिणपंथी दलों का दबाव बढ़ा
गठबंधन में शामिल ये दक्षिणपंथी दल हमास के साथ किसी भी प्रकार के युद्धविराम समझौते के खिलाफ हैं। कुछ पहले ही सरकार छोड़ चुके हैं या छोड़ने की धमकी दे चुके हैं। ये गुट गाजा युद्ध को पूरी तरह खत्म करने के किसी भी प्रयास का विरोध करते हैं। ऐसे में सरकार के लिए संतुलन साधना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है।
संघर्षविराम वार्ता में कोई ठोस नतीजा नहीं
गाजा में चल रहे 21 महीने पुराने युद्ध को लेकर इज़राइल और हमास के बीच संघर्षविराम को लेकर बातचीत चल रही है। अमेरिका, मिस्र और कतर जैसे देश इस बातचीत में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई निर्णायक नतीजा सामने नहीं आया है।
नेतन्याहू को मिल सकता है एक और मौका
इस महीने के अंत में इज़राइली संसद का ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो जाएगा, जो अक्टूबर तक चलेगा। यह अवकाश नेतन्याहू को मतभेद दूर करने और गठबंधन को फिर से जोड़ने का एक मौका दे सकता है। नेतन्याहू की लिकुड पार्टी के कैबिनेट मंत्री मिकी जोहर ने उम्मीद जताई है कि ऑर्थोडॉक्स पार्टी को दोबारा गठबंधन में लाया जा सकता है।