दर्जनों की मौत; दक्षिणी सीरिया पर इज़राइल का सटीक हमला
सारांश
सीरियाई गृह मंत्रालय के अनुसार, इस क्षेत्र में हुई झड़पों में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और करीब 100 लोग घायल हुए हैं। वहीं, ब्रिटेन स्थित संस्था ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने मरने वालों की संख्या 99 से अधिक बताई है।

इज़राइली सेना ने दक्षिणी सीरिया के उस इलाके में सैन्य टैंकों पर हमला किया है, जहां बीते कुछ दिनों से स्थानीय ड्रूज़ मिलिशिया और सीरियाई सरकारी बलों के बीच भीषण झड़पें हो रही हैं। यह हमला बुसरा-अल-हरीर क्षेत्र में किया गया, जहां हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
झड़पों का केंद्र बना स्वेदा प्रांत, जो ड्रूज़ बहुल क्षेत्र है, पिछले कुछ समय से भारी हिंसा की चपेट में है। यहां स्थानीय जनजातीय लड़ाकों और सीरियाई सेना के बीच संघर्ष में अब तक बड़ी संख्या में लोग जान गंवा चुके हैं।
सीरियाई मंत्रालय और मानवाधिकार संस्था के आंकड़े
सीरियाई गृह मंत्रालय के अनुसार, इस क्षेत्र में हुई झड़पों में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और करीब 100 लोग घायल हुए हैं। वहीं, ब्रिटेन स्थित संस्था ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने मरने वालों की संख्या 99 से अधिक बताई है, जिससे स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सोमवार को शांति व्यवस्था बहाल करने के मकसद से भेजे गए सरकारी सुरक्षा बलों की भी स्थानीय सशस्त्र समूहों से मुठभेड़ हुई, जिससे तनाव और बढ़ गया।
इज़राइल की चेतावनी और सैन्य कार्रवाई
इज़राइल के रक्षा मंत्री योआव कैट्स ने इस कार्रवाई को “सटीक और निर्णायक संदेश” करार देते हुए कहा कि सीरियाई शासन को यह स्पष्ट कर दिया गया है कि ड्रूज़ समुदाय को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इज़राइल में ड्रूज़ समुदाय को एक वफादार अल्पसंख्यक के रूप में देखा जाता है। यह समुदाय लंबे समय से इज़राइली सेना में सेवाएं देता आया है, और इसी वजह से इज़राइली नेतृत्व की ओर से उनके खिलाफ होने वाली हिंसा को लेकर संवेदनशीलता भी दिखाई गई है।
टकराव के केंद्र में कौन?
झड़पें उन क्षेत्रों में हो रही हैं जहां जनजातीय पहचान, क्षेत्रीय स्वायत्तता और धार्मिक अस्मिता जैसे मसले लंबे समय से तनाव की जड़ रहे हैं। ड्रूज़ों की स्थानीय मिलिशिया और सरकारी सुरक्षा बलों के बीच भरोसे की खाई अब खुलकर सामने आ गई है। इज़राइल की सैन्य प्रतिक्रिया इस क्षेत्रीय संघर्ष को एक अंतरराष्ट्रीय आयाम दे रही है।